30 नवम्बर तक भावान्तर भरपाई योजना के तहत आलू, गोभी, मटर, टमाटर आदि फसलों का पंजीकरण कराएं

30 नवम्बर तक भावान्तर भरपाई योजना के तहत आलू, गोभी, मटर, टमाटर आदि फसलों का पंजीकरण कराएं


भावान्तर भरपाई योजना के तहत 24 नवम्बर से आलू, गोभी, टमाटर, प्याज का पंजीकरण करवा कर इस योजना का लाभ ले सकते थे, लेकिन अब इस योजना में मटर, बैगन, किन्नू, मिर्च, गाजर को भी शामिल किया गया. इस योजना में पंजीकरण करवाने के लिए 30 नवम्बर तक आवेदन कर सकते हैं. इस खबर को और अधिक विस्तार से पढने के लिए दैनिक भास्कर की ये रिपोर्ट पढ़ें:

दैनिक भास्करहरियाणा सरकार ने 24 नवंबर से वर्ष 2019-20 से भावांतर भरपाई योजना में गाजर, मटर, मिर्च, बैंगन, किन्नु व अमरूद की फसल भी शामिल की है। इससे पहले केवल आलू, गोभी, टमाटर व प्याज ही शामिल थे। योजना का लाभ लेने के लिए किसानों काे अपनी फसलों के क्षेत्र का पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्याेरा पोर्टल पर कराना जरूरी है। जिला उद्यान अधिकारी डाॅ. रविंद्र अहलावत ने बताया कि इस समय आलू, गोभी, गाजर, मटर और किन्नु की फसलों का पंजीकरण किया जा रहा है। इसकी अंतिम तिथि 30 नवंबर है। डाॅ. अहलावत ने बताया कि पंजीकरण कोमन सर्विस सेंटर, मार्केटिंग बोर्ड कार्यालय व बागवानी विभाग के कार्यालय में करा सकते हैं। फसलों के पंजीकरण के लिए किसान का मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, बैंक खाते का विवरण व बोई गई फसलों का किला व मुरबा नंबर देना जरूरी है। खुदकाश्त किसानों के अलावा जिन किसानों ने भूमि लीज, ठेके पर या किराये पर लेकर फसल लगा रखी है वे इस योजना में फसल का पंजीकरण करा सकते हैं। इसमें किसान को भूमि के वास्तविक मालिक की भूमि का विवरण देना होगा। पंजीकरण के बाद सत्यापन विभाग के अधिकारी करेंगे।

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