रफ़्तार पकड़ रही है सबका विश्वास योजना
सबका विश्वास योजना अब अपने रफ़्तार में आ गयी है. सबका विश्वास योजना एक ऐसी योजना है जिसके तहत सेवा कर और केन्द्रीय उत्पाद शुल्क से सम्बंधित विवादों का निपटान किया जाता है. अभी तक कुल 5000 करोड़ से अधिक के बकाये की घोषणा की गयी है. इस सम्बन्ध में नव भारत टाइम्स की ये खास रिपोर्ट पढ़े
नवभारत टाइम्स: नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) सरकार की ‘सबका विश्वास योजना’ रफ्तार पकड़ रही है। अभी तक इस योजना के तहत 5,000 करोड़ रुपये से अधिक के बकाये की घोषणा की गई है। यह योजना सेवा कर और केंद्रीय उत्पाद शुल्क से संबंधित लंबित विवादों के निपटान से संबंधित है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) अपने प्रधाम मुख्य आयुक्तों से कहा है कि वे पात्र करदाताओं को इस योजना का लाभ लेने का विश्वास दिलाने के लिए और आगे बढ़कर काम करें। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में सबका विश्वास (विरासत विवाद समाधान) योजना, 2019 पेश की थी। इसके पीछे मकसद सेवा कर और केंद्रीय उत्पाद शुल्क से संबंधित लंबित विवादों का समाधान करना है। सूत्रों ने कहा कि इसकी मध्यम अवधि की समीक्षा में कुल 5,472 करोड़ रुपये की राशि की घोषणा की गई है। इनमें से 4,225 करोड़ रुपये की राशि पहले से जमा की जा चुकी है। सूत्रों ने कहा कि इस योजना के जरिये 31 दिसंबर, 2019 तक घोषणाओं को अधिकतम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उस समय यह योजना समाप्त हो रही है। सीबीआईसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने भरोसा जताया है कि आगामी दिनों में यह योजना और रफ्तार पकड़ेगी, क्योंकि करदाता इस अवसर को गंवाना नहीं चाहेंगे। उल्लेखनीय है कि इस योजना की घोषणा करते समय यह सामने आया था कि सेवा कर और केंद्रीय उत्पाद शुल्क के तहत 3.6 लाख करोड़ रुपये फंसे हुए हैं। कुल 1.83 लाख मामलों में विभिन्न अर्द्ध न्यायिक, अपीलीय और न्यायिक मंचों में यह राशि फंसी है।
स्रोत: नवभारत टाइम्स
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