बढ़ती सर्दी के मौसम में भी "रैन बसेरा योजना" दम तोड़ रही
सर्दी के मौसम में फूटपाथ और अन्य जगहों पर सोने वाले लोगों के लिए चलाई जाने वाली योजना "रैन बसेरा योजना" दम तोडती नजर आ रही है. कड़ाके की ठण्ड में भी लोगों को रैन बसेरा का कोई प्रबंध नहीं किया गया है. इस कारण लोगों को ठण्ड में भी फूटपाथ, प्लेटफोर्म पर सोने को मजबूर हैं. बेघर और असहाय लोगों के लिए सरकार कुछ नहीं सोच रही है. इस खबर को और विस्तार से पढने के लिए जागरण के इस रिपोर्ट को पढ़ें:
जागरण: मुजफ्फरनगर, जेएनएन। आजकल कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे में सड़क पर रात बिताना बेघर और असहाय लोगों के लिए मुसीबतभर हो रहा है। नगर पालिका ने बेघर व बेसहारा लोगों के विश्राम के लिए रैन बसेरा बना रखा है, लेकिन प्रचार प्रसार के अभाव में इसमें पात्र लोग नहीं आ रहे। शुक्रवार की रात रैन बसेरा में मात्र एक व्यक्ति विश्राम करता मिला।
शासन द्वारा ठंड के मौसम में बेघर और बेसहारा लोगों को रात्रि विश्राम के लिए रैन बसेरा की व्यवस्था की जाती है। नगर पालिका कार्यालय के सभा कक्ष में रैन बसेरा बना हुआ। इसमें बिस्तर की व्यवस्था है। पीने के लिए पानी और शौचालय आदि की व्यवस्था भी है। रैन बसेरा की व्यवस्था के लिए एक कर्मचारी की ड्यूटी भी लगाई गई है, लेकिन प्रचार प्रसार के अभाव के चलते सड़कों पर रात बिताने वालों को रैन बसेरा के बारे में जानकारी नहीं है। वे कड़ाके की ठंड में सड़क पर दुकानों के आगे या रेलवे स्टेशन आदि सार्वजनिक स्थानों पर रात बिता रहे हैं। रैन बसेरा में कभी कभार एक व्यक्ति ही रात्रि विश्राम करता है। रैन बसेरा खाली पड़ा रहता है। उधर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी जय प्रकाश यादव का कहना है कि नगर पालिका द्वारा कोतवाली के सामने नगर पालिका रोड के गेट पर, पालिका के गेट पर रैन बसेरा चालू होने की सूचना का बोर्ड लगा रखा है, लेकिन पता नहीं रैन बसेरा में लोग विश्राम करने क्यों नहीं आ रहे? वह स्वंय रात में विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर भ्रमण करके बेघर व बेसहारा लोगों को रैन बसेरा में पहुंचने की अपील करेंगे।
स्रोत: जागरण
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