प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत नवम्बर तक लोगों को मुफ्त मिलने वाली अनाज को मिली कैबिनेट में मंजूरी

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत नवम्बर तक लोगों को मुफ्त मिलने वाली अनाज को मिली कैबिनेट में मंजूरी


इस महामारी के दौरान लोगों की रोजगार छिन चुके हैं,उनकी जिन्दगी को फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज का announce किया, इसी आत्मनिर्भर भारत पैकेज के अंतर्गत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना आता है, इसके तहत लोगों को मुफ्त में अनाज मुहैया कराया जाता है. यह अनाज अब नवम्बर तक दिया जाएगा इसीलिए इस योजना को कैबिनेट में भी मंजूरी मिल गयी है. 

Prime-Minister-Scheme

News18: नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister of India) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक (Cabinet Decision) में गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY - Garib Kalyan Anna Yojana) के विस्तार को मंजूरी मिल गई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी जनकारी दी है. वित्त मंत्री (Finance Minister of India) ने ट्विट के जरिए बताया कि गरीब कल्याण अन्न योजना को नवंबर 2020 तक बढ़ा दिया गाय है. इससे 81.09 करोड़ गरीबों को फायदा मिलेगा. आपको बता दें कि कोरोना काल में मोदी सरकार 81 करोड़ गरीबों में मुफ्त में राशन बांट रही है, जो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत बांटा जा रहा है. इसका ऐलान मार्च में किया गया था. तब इसकी अंतिम तारीख 30 जून तय की गई थी. लेकिन अब इसे बढ़ाकर नवंबर 2020 तक कर दिया गया है.

क्या है प्रधानमंत्री गरीब कल्‍याण अन्‍न योजना (PMGKAY - Garib Kalyan Anna Yojana) - इसके तहत परिवार के हर सदस्य को 5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त दिया जाता है. एक किलो चने की दाल भी फ्री मिलती है. इसे प्रति माह हर परिवार को दिया जाता है. अब तक इसके तहत अप्रैल में 93% , मई में 91% और जून में 71% लाभार्थियों को अनाज दिया जा चुका है. इसके लिए राज्यों ने अब तक 116 लाख मीट्रिक टन अनाज केंद्र सरकार से लिया है. इस अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली-छठ पूजा तक यानी नवंबर तक कर दिया गया है.गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में सरकार 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करेगी. अगर इसमें पिछले 3 महीने का खर्च जोड़ दिया जाए तो यह करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये हो जाता है.

योजना विस्तार के बाद राशनकार्ड धारक नवंबर तक 5 किलो गेहूं या चावल प्रति व्यक्ति फ्री ले सकेगा. साथ ही प्रति परिवार 1 किलो चना मुफ्त मिलेगा. इसके अतिरिक्त राशन कार्ड धारक पहले से मिल रहे मौजूदा कोटे का प्रति व्यक्ति 5 किलो गेहूं या चावल पैसे देकर राशन दुकान से ले सकेगा.

इस तरह नवंबर 2020 तक महीने में प्रति व्यक्ति कुल 10 किलो अनाज लाभार्थी राशन दुकानों से ले सकेगा. सरकार की ओर से मार्च माह में कहा गया था कि गेहूं की कीमत 27 रुपये किलो है, जो राशन दुकानों के माध्यम से दो रुपये किलो की रियायती दर पर मिलेगा. चावल की लागत लगभग 37 रुपये किलो है, लेकिन राशन की दुकानों के माध्यम से इसे तीन रुपये किलो की दर से खरीदा जा सकेगा.

Source: News 18 

1 Comments

  1. If fact the poor citizens are not the beneficiaries of the Ration Destribution system, beneficiaries are the rich citizens who are the owners of a house or well to do people,. Poor citizens are not actual beneficial of this schemes.

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