किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने की पूरी प्रक्रिया क्या है जानें

किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने की पूरी प्रक्रिया क्या है जानें


किसानों को आर्थिक मदद करने के लिए शुरू किया गया योजना "प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना" के तहत लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड मुहैया कराया जाता है, जिसकी सहायता से सस्ती दर पर किसानों को कर्ज उपलब्ध कराई जाती है. किसानों को बाजार के 9 फीसदी की दर के मुताबिक 4 फीसदी के सस्ते दर पर कर्ज मुहैया कराया जाता है. इस किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कैसे आवेदन किया जाता है, इसकी पूरी जानकारी के लिए जनसत्ता के इस रिपोर्ट को पढ़ें:

Prime-Minister-Scheme

जनसत्ता: How to apply for Kisan Credit Card: प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड मुहैया  करवाए जाते हैं।  इस कार्ड के जरिए किसानों को सस्ती दर पर कर्ज मुहैया करवाया जाता है। किसानों को 9 फीसदी की बाजार रेट के मुकाबले महज 4 फीसदी की दर से कर्ज दिया जाता है। अगर आप भी किसान क्रेडिट कार्ड बनवाकर सस्ती दर पर लोन लेना चाह रहे हैं तो बड़े ही आसानी से ऐसा कर सकते हैं। खेती से जुड़ा कोई भी व्यक्ति चाहे वह अपने खेत में खेती करता हो या किसी और की जमीन पर काम कर रहा हो, वह किसान क्रेडिट कार्ड बनवा सकता है।

अगर आप पीएम किसान योजना के लाभार्थियों में से हैं तो तभी आपका कार्ड बनेगा। किसी भी वाणिज्यिक बैंक में जाकर किसान क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई किया जा सकता है। इसके लिए जिस बैंक से क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं उस बैंक की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। वेबसाइट पर आपको किसान क्रेडिट कार्ड सेक्शन पर क्लिक करना होगा।

यहाँ से आवेदन फॉर्म डाउनलोड कर नजदीकी बैंक शाखा में जाकर जमा कर दें। लोन अधिकारी आपसे बात करेगा और आपके सभी दस्तावेज, पात्रता सही पायी जाती है तो लोन मंजूर होने के साथ-साथ आपको कार्ड पते पर भेज दिया जाएगा। ध्यान रहें लोन अधिकारी आपसे पुराने कृषि लोन की जानकारी की मांग करेगा। खेती से जुड़ा कोई भी व्यक्ति चाहे वह अपने खेत में खेती करता हो या किसी और की जमीन पर काम कर रहा हो, वह केसीसी बनवा सकता है।

अप्लाई करने से पहले किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति की लोन की अवधि समाप्त होने तक न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम 75 साल होना चाहिए। 60 साल से ज्यादा उम्र के आवेदक के लिए एक सह-आवेदक होना जरुरी है।

स्रोत: जनसत्ता

Post a Comment

Previous Post Next Post