Text to PM's address to the nation on the COVID-19 situation
Prime Minister Shri Narendra Modi has addressed to the nation on the COVID-19 pandemic critical situation. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने समस्त विश्व और हमारे देश भर में फैले कोरोना के दुसरे वेव के कारण अप्रत्याशित रूप से बढ़ते हुए कोरोना के मामले में उन्होंने समस्त देशवासियों से अपील की है कि इस मुसीबत के समय घबराएं नहीं और सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें ताकि हम कोरोना के इस चैन को तोड़ सकें.
Prime Minister's Office
Text to PM's address to the nation on the COVID-19 situation
20 APR 2021
मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार !
कोरोना के खिलाफ देश आज फिर बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहा है। कुछ सप्ताह पहले तक स्थितियां संभली हुई थीं और फिर ये कोरोना की दूसरी वेव तूफान बनकर आ गई। जो पीड़ा आपने सही है, जो पीड़ा आप सह रहे हैं, उसका मुझे पूरा एहसास है। जिन लोगों ने बीते दिनो में अपनो को खोया है, मैं सभी देशवासियों की तरफ़ से उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। परिवार के एक सदस्य के रूप में, मैं आपके दुःख में शामिल हूं। चुनौती बड़ी है लेकिन हमें मिलकर अपने संकल्प, अपने हौसले और तैयारी के साथ इसको पार करना है।
साथियों,
अपनी बात को विस्तार देने से पहले मैं देश के सभी डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, हमारे सभी सफाई कर्मचारी भाई बहन, हमारे एंबुलेंस के ड्राइवर्स, हमारे सुरक्षाबल-पुलिसकर्मी, सभी की सराहना करूंगा। आपने कोरोना की पहली वेव में भी अपना जीवन दांव पर लगाकर लोगों को बचाया था। आज आप फिर इस संकट में अपने परिवार, अपने सुख, अपनी चिंता छोड़कर दूसरों का जीवन बचाने में दिन-रात जुटे हुए हैं।
साथियों,
हमारे शास्त्रों में कहा गया है- त्याज्यम् न धैर्यम्, विधुरेऽपि काले। अर्थात, कठिन से कठिन समय में भी हमें धैर्य नहीं खोना चाहिए। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हम सही निर्णय लें, सही दिशा में प्रयास करें, तभी हम विजय हासिल कर सकते हैं। इसी मंत्र को सामने रखकर आज देश दिन रात काम कर रहा है। बीते कुछ दिनों में जो फैसले लिए गए हैं, जो कदम उठाए गए हैं, वो स्थिति को तेजी से सुधारेंगे। इस बार कोरोना संकट में देश के अनेक हिस्से में ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ी है। इस विषय पर तेजी से और पूरी संवेदनशीलता के साथ काम किया जा रहा है। केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, प्राइवेट सेक्टर, सभी की पूरी कोशिश है कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले। ऑक्सीजन प्रॉडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी कई स्तरों पर उपाय किए जा रहे हैं। राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स हों, एक लाख नए सिलेंडर पहुंचाने हों, औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल हो रही ऑक्सीजन का मेडिकल इस्तेमाल हो, ऑक्सीजन रेल हो, हर प्रयास किया जा रहा है।
साथियों,
इस बार जैसे ही कोरोना के केस बढ़े, देश के फार्मा सेक्टर ने दवाइयों का उत्पादन और बढ़ा दिया है। आज जनवरी-फरवरी की तुलना में देश में कई गुना ज्यादा दवाइयों का प्रोडक्शन हो रहा है। इसे अभी और तेज किया जा रहा है। कल भी मेरी देश की फार्मा इंडस्ट्री के बड़े जो प्रमुख लोग हैं, एक्सपर्ट्स लोग है उनसे बहुत लंबी बात हुई है। प्रॉडक्शन बढ़ाने के लिए हर तरीके से दवाई कंपनियों की मदद ली जा रही है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे देश के पास इतना मजबूत फार्मा सेक्टर है, जो बहुत अच्छी और तेजी से दवाइयां बनाता है। इसके साथ ही अस्पतालों में बेड की संख्या को बढ़ाने का भी काम तेजी से चल रहा है। कुछ शहरों में ज्यादा डिमांड को देखते हुए विशेष और विशाल कोविड हॉस्पिटल बनाए जा रहे हैं।
साथियों,
पिछले वर्ष, जब देश में कोरोना के कुछ ही मरीज सामने आए थे, उसी समय भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी वैक्सीन्स के लिए काम शुरू कर दिया गया था। हमारे वैज्ञानिकों ने दिन-रात एक करके बहुत कम समय में देशवासियों के लिए वैक्सीन्स विकसित की हैं। आज दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत में है। भारत की कोल्ड चेन व्यवस्था के अनुकूल वैक्सीन हमारे पास है। इस प्रयास में हमारे प्राईवेट सेक्टर ने innovation और enterprise की भावना का बेहतरीन प्रदर्शन किया है। वैक्सीन्स की approvals और regulatory प्रोसेसज को फास्ट ट्रैक पर रखने के साथ ही, सभी साइंटिफिक और regulatory मदद को भी बढ़ाया गया है। यह एक team effort है जिसके कारण हमारा भारत, दो मेड इन इंडिया वेक्सीन्स के साथ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर पाया। टीकाकरण के पहले चरण से ही गति के साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों तक, जरूरतमंद लोगों तक वैक्सीन पहुंचे। दुनिया में सबसे तेजी से भारत में पहले 10 करोड़, फिर 11 करोड़ और अब 12 करोड़ वैक्सीन के डोस दिए गए हैं। आज कोरोना से इस लड़ाई में हमें हौसला मिलता है कि हमारे हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स और सीनियर सिटीजन के एक बड़े हिस्से को वेक्सीन का लाभ मिल चुका है।
साथियों,
कल ही वैक्सीनेशन को लेकर हुए एक और अहम फैसला भी हमने किया है। एक मई के बाद से, 18 वर्ष के ऊपर के किसी भी व्यक्ति को वैक्सीनेट किया जा सकेगा। अब भारत में जो वैक्सीन बनेगी, उसका आधा हिस्सा सीधे राज्यों और अस्पतालों को भी मिलेगा। इस बीच गरीबों, बुजुर्गों, निम्न वर्ग के लोग निम्न मध्यम वर्ग के लोग और 45 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्तियों के लिए केंद्र सरकार का जो वैक्सीनेशन कार्यक्रम चल रहा है, वो भी उतनी ही तेजी से जारी रहेगा। पहले की तरह ही सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीन मिलती रहेगी जिसका फायदा जैसा मैनें कहा हमारे गरीब परिवार हो, हमारे निम्न वर्ग, मध्यम वर्ग के परिवार हो वो उनका लाभ उठा सकेगें।
साथियों,
हम सभी का प्रयास, जीवन बचाने के लिए है और जीवन बचाने के लिए तो है ही, प्रयास ये भी है कि आर्थिक गतिविधियां और आजीविका, कम से कम प्रभावित हों। प्रयास का तरीका यही रखा जाए। वैक्सीनेशन को 18 वर्ष की आयु के ऊपर के लोगों के लिए ओपन करने से शहरों में जो हमारी वर्कफोर्स है, उसे तेजी से वैक्सीन उपलब्ध होगी। राज्यों और केंद्र सरकार के प्रयासों से, श्रमिकों को भी तेजी से वैक्सीन मिलने लगेगी। मेरा राज्य प्रशासन से आग्रह है कि वो श्रमिकों का भरोसा जगाए रखें, उनसे आग्रह करें कि वो जहां हैं, वहीं रहें। राज्यों द्वारा दिया गया ये भरोसा उनकी बहुत मदद करेगा कि वो जिस शहर में हैं वहीं पर अगले कुछ दिनों में वैक्सीन भी लगेगी और उनका काम भी बंद नहीं होगा।
साथियों,
पिछली बार जो परिस्थितियां थीं, वो अभी से काफी भिन्न थीं। तब हमारे पास इस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए कोरोना स्पेसिफिक मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं था। आप याद करिए, देश की क्या स्थिति थी। कोरोना टेस्टिंग के लिए पर्याप्त लैब नहीं थी, PPEs का कोई प्रोडक्शन नहीं था। हमारे पास इस बीमारी के ट्रीटमेंट के लिए कोई खास जानकारी भी नहीं थी। लेकिन बहुत ही कम समय में हमने इन चीजों में सुधार किया। आज हमारे डॉक्टरों ने कोरोना के इलाज की बहुत ही अच्छी एक्सपर्टीज हासिल कर ली है, वो ज्यादा से ज्यादा जीवन बचा रहे हैं। आज हमारे पास बड़ी मात्रा में PPE किट्स हैं, लैब्स् का बड़ा नेटवर्क है और हम लोग टेस्टिंग की सुविधा को निरंतर बढ़ा रहे हैं।
साथियों,
देश ने कोरोना के खिलाफ अब तक बहुत मजबूती से और बहुत धैर्य से लड़ाई लड़ी है। इसका श्रेय आप सभी देशवासियों को ही जाता है। अनुशासन और धैर्य के साथ कोरोना से लड़ते हुए आप देश को यहां तक लाए हैं। मुझे विश्वास है, जनभागीदारी की ताकत से हम कोरोना के इस तूफान को भी परास्त कर पाएंगे। आज हम अपने चारों और देख रहे है कि कैसे कई लोग, कई सामाजिक संस्थाये ज़रूरतमंदों तक मदद पहुँचाने में दिन रात जुटे हैं। दवाई पहुँचाना हो, खाने या रहने की व्यवस्था करनी हो, लोग पूरे मनोयोग के साथ काम कर रहे हैं। मैं इन सभी के सेवा भाव को नमन करता हूँ और देशवासियों से अपील करता हूँ की अधिक से अधिक मात्रा में इस संकट की घड़ी में आगे आए और ज़रूरतमंदों तक मदद पहुँचाये। समाज के पुरुषार्थ और सेवा के संकल्प से ही हम ये लड़ाई जीत पायेंगे। मेरा युवा साथियों से अनुरोध है कि वो अपनी सोसायटी में, मौहल्ले में, अपार्टमेंट्स में छोटी छोटी कमेटियाँ बनाकर कोविड अनुशासन का पालन करवाने में मदद करे। हम ऐसा करेंगे तो सरकारों को ना कभी कंटेनमेंट ज़ोन बनाने की जरूरत पड़ेगी ना कर्फ़्यू लगाने की जरूरत पड़ेगी और लॉकडाउन का तो सवाल ही नही उठता। आवश्यकता ही नही पड़ेगी। स्वच्छता अभियान के समय, देश में जागरूकता फैलाने के लिए मेरे बाल मित्रों ने बहुत मदद की थी। छोटे-छोटे बालक 5वीं, 7वीं, 10वीं, में पढ़ने वाले। उन्होंने घर के लोगों को समझाया था, मनाया था। उन्होंने बड़ों को भी स्वच्छता का संदेश दिया था। आज मैं फिर अपने बाल मित्रों से एक बात विशेष तौर पर कहना चाहता हूं। मेरे बाल मित्र, घर में ऐसा माहौल बनाइये कि बिना काम, बिना कारण घर के लोग, घर से बाहर न निकलें। आपकी जिद बहुत बड़ा परिणाम ला सकती है। प्रचार माध्यमों से भी मेरी प्रार्थना है कि ऐसे संकट की घड़ी में वो लोगों को सतर्क और जागरूक करने के लिए जो प्रयास कर रहे हैं, उसे और बढ़ाएं। इसके साथ ही, इसके लिए भी काम करें कि डर का माहौल कम हो सके, लोग अफवाह और भ्रम में न आएं।
साथियों,
आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है। मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें। लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है। और माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है। हम अपनी अर्थव्यवस्था की सेहत भी सुधारेंगे और देशवासियों की सेहत का भी ध्यान रखेंगे।
साथियों,
आज नवरात्रि का आखिरी दिन है। कल रामनवमी है और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का हम सभी को यही संदेश है कि हम मर्यादाओं का पालन करें। कोरोना के इस संकट काल में, कोरोना के बचने के जो भी उपाय हैं, कृपया करके उनका पालन शत प्रतिशत करिए। दवाई भी, कड़ाई भी के मंत्र को कभी भी भूलना नही है। ये मंत्र जरूरी है, वैक्सीन के बाद भी जरूरी है। रमजान के पवित्र महीने का भी आज सातवां दिन है। रमजान हमें धैर्य, आत्मसंयम और अनुशासन की सीख देता है। कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए अनुशासन भी उसकी भी ही जरूरत है। जब जरूरी हो, तभी बाहर निकलें, कोविड अनुशासन का पूरा पालन करें, मेरा आप सभी से यही आग्रह है। मैं आपको फिर ये भरोसा देता हूँ, आपके इस साहस, धैर्य और अनुशासन के साथ जुड़कर, आज जो परिस्थितियां हैं, उन्हें बदलने में देश कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगा। आप सभी स्वस्थ रहें, आपका परिवार सब स्वस्थ रहे इसी कामना के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद !
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Source: PIB
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