‘परियोजना यश विद्या’ के जरिये सैनिकों का सशक्तिकरण
सैनिकों के सशक्तिकरण के लिए भारतीय सेना सदैव प्रयासरत रही है। लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार, एजी, आईएचक्यू, रक्षा मंत्रालय (सेना) और प्रो. ई.वायुनंदन, कुलपति, यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विश्वविद्यालय (वाईसीएमओयू), नासिक ने नई दिल्ली में 21 सितम्बर, 2017 को एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये।
सैन्य कर्मियों के लिए तैयार किये गये स्नातक डिग्री कार्यक्रम के तहत सेवाकालीन प्रशिक्षण/पूर्ण सैन्य पाठ्यक्रमों को विशेष मान्यता दी जाती है तथा कुछ विशेष पाठ्यक्रमों के अध्ययन से छूट दी जाती है। इसके तहत पाठ्यक्रमों के लिए फीस अत्यंत कम होती है। विश्वविद्यालय द्वारा अध्ययन के लिए पेशकश किये जाने वाले पाठ्यक्रमों का चयन बड़ी सावधानी से उनकी प्रासंगिकता और समग्र उपयोगिता के आधार पर किया जाता है।
विश्वविद्यालय ‘परियोजना यश विद्या’ के तहत स्व-सशक्तिकरण में डिप्लोमा और कला अथवा वाणिज्य में स्नातक डिग्री प्रदान करेगा, जिससे कि उन्हें बेहतर भविष्य के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता हासिल हो सके।
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Source: PIB
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