आयुष्मान योजना के जिले में लगभग एक लाख 10 हजार गोल्डन कार्ड बनाए

आयुष्मान योजना के जिले में लगभग एक लाख 10 हजार गोल्डन कार्ड बनाए


आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने के 31 मार्च 2020 तक लक्ष्य है। इस योजना के तहत लाभार्थी को पांच लाख रुपये प्रति वर्ष प्रति परिवार तक का बीमा के माध्यम से लाभ दिया जाता है। इस संबंध में जागरण की ये रिपोर्ट पढ़ें:

जागरण : जागरण संवाददाता, कैथल: आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने के 31 मार्च 2020 तक लक्ष्य को प्राप्त करें। इस योजना के तहत लाभार्थी को पांच लाख रुपये प्रति वर्ष प्रति परिवार तक का बीमा के माध्यम से लाभ दिया जाता है। अब तक जिला में लगभग एक लाख 10 हजार गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। जिला के सभी अटल सेवा केंद्रों के संचालक गांव में प्रतिदिन शिविर लगाकर लाभार्थी परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाएं। डीसी सुजान सिंह ने लघु सचिवालय स्थित उपायुक्त कार्यालय में आयुष्मान भारत योजना की बैठक की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना अहम योजना है, जिसकी निगरानी उच्च स्तर पर भी की जा रही है। इस योजना को केवल स्वास्थ्य विभाग तक ही सीमित न समझें, बल्कि अन्य विभाग भी तालमेल के साथ इस योजना के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूर्ण सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जिला में सामाजिक जातीय व आर्थिक जनगणना 2011 के अनुसार 79 हजार 121 परिवार वंचित परिवारों की श्रेणी में आते हैं, जिनमें से 58 हजार 421 परिवार ग्रामीण क्षेत्र से तथा 20 हजार 700 परिवार शहरी क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। इन सभी परिवारों को आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी परिवारों की श्रेणी में शामिल किया गया है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में आयुष्मान भारत दिवस 30 अप्रैल 2018 को मनाया गया था, जिसके दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में इन परिवारों का वेरिफिकेशन किया गया था। उसके दो माह बाद शहरी क्षेत्रों में भी वार्ड स्तर पर इन लाभार्थी परिवारों के वेरिफिकेशन का कार्य किया गया था। जिसमें से इस दौरान लगभग 65 हजार परिवारों को वेरिफाई किया गया था। जिला के सभी छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य शुरु किया गया। डीसी सुजान सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आयुष्मान भारत कार्ड बनाने के लक्ष्य को 31 मार्च 2020 तक पूरा करें और इस कार्य में किसी प्रकार की कोताही ना बरती जाए। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ.एसके नैन के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

स्रोत: जागरण

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